इंटरनेट पर साइबर धोखाधड़ी से कैसे बचें : धोखेबाजों को दें चतुराई से मात

इंटरनेट पर अब Cybercrime पहले से कहीं अधिक विकसित हो गया है, क्योंकि अर्थव्यवस्था और निवेश से जुड़ें निर्धारित जोखिम बढ़ा रहे हैं। जैसे-जैसे इंटरनेट बढ़ रहा है, भौगोलिक और सामाजिक-आर्थिक सीमाओं को पार करते हुए साइबर धोखाधड़ी भी उसी तेजी से बढ़ रही है।
इंडिया की एक Cybercrime रिपोर्ट (एनसीआरबी) के मुताबिक 2021 में Cybercrime के 52,974 मामले दर्ज किए वही 2020 में 5 प्रतिशत से अधिक (50,035 मामले) और 2019 में (44,735 मामले) से 15 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई।

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इसी से आप यह जान सकते हैं कि आने वाले समय में cybercrime कितना अधिक बढ़ने की उम्मीद है, इसीलिए हमारे लिए भी तकनीकी साइबर सुरक्षा बढ़ाने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है.

अक्टूबर महीने में Cybersecurity जागरूकता के रूप में माइक्रोसॉफ्ट ने खुद उपयोगकर्ता की सुरक्षा के रूप में कुछ साइबर धोखाधड़ी को सूची बंद किया है, जिससे फायदा यह होगा कि हमारी सुरक्षा कुछ हद तक बढ़ जाती है.

आज हम आपको बताएंगे कि कितने प्रकार के अटैक इंटरनेट पर सबसे ज्यादा पॉपुलर व काफी समय से चले आ रहे हैं.

Gone phishing

मुझे लगता है कि अगर आप इंटरनेट यह साइबर सिक्योरिटी में दिलचस्प रखते हैं तो आपको पता होगा कि Gone phishing एक ऐसा मोस्ट पॉपुलर साइबर क्राइम अटैक है जो बहुत ही ज्यादा इंटरनेट पर फेमस है, यह फ़िशिंग अटैक तब होता हैं, जब कोई इंटरनेट के माध्यम से आपसे संपर्क करता है, तथा उपयोगकर्ता जब किसी संगठन, वेबसाइट के ऊपर वे भरोसा करते हैं.

जब वे किसी वेबसाइट से कोई भी चीज डाउनलोड करने, वीडियो देखने, पढ़ने आदि के लिए क्लिक करते हैं तब वे phishing अटैक के शिकार हो सकते हैं. दुर्भावनापूर्ण वेबसाइट या फ़ाइल खोलने का प्रयास करते हैं, तो अधिकांश फ़िशिंग प्रयास ईमेल के माध्यम से आते हैं, लेकिन वे पाठ संदेश, सोशल मीडिया पर सीधे संदेश या यहां तक ​​कि फ़ोन कॉल (जिसे “विशिंग” कहा जाता है) के माध्यम से भी आ सकते हैं।

Phishing Cyber हमलों से कैसे बचें ?

अगर आपके पास एक ऐसा email आता है जिस पर उस कंपनी का डोमेन नेम मेल नहीं खाता है, तो ऐसी ईमेल आपके लिए एक चेतावनी हो सकती है.

अगर आपके पास कोई भी ऐसी नोटिफिकेशन या मेल आती है तो आपको उसे ध्यान से पढ़ना होगा और सबसे पहले उस मेल की यूआरएल को देखना है कि जिसके बारे में यह मेल है क्या वह सच में उसी का डोमेन नेम है, अगर नहीं तो भूलकर भी उस यूआरएल या उस मेल पर क्लिक ना करें.

अगर आपके मेल पर किसी भी तरह की लिंक अटैचमेंट है तो आप उस पर क्लिक ना करें क्योंकि ऐसी लिंग आपको एक ऐसी वेबसाइट पर लेकर जाती हैं जहां पर आपकी प्राइवेसी, आप की जानकारी, बैंक डिटेल आदि भरने के बारे में होती हैं और भूल कर भी उस वेबसाइट पर किसी भी तरह का कोई भी इंफॉर्मेशन ना भरें .इसे आप आसानी से अपनी जानकारी और अपनी प्राइवेसी को खतरे में डाल सकते हैं.

क्या आप जानते हैं कि इंटरनेट पर फिशिंग साइबर अटैक सबसे ज्यादा उस व्यक्ति या उस संघटन या वेबसाइट के जरिए होता है जिस पर ज्यादातर लोग भरोसा करते हैं.
फिशिंग मेल में ज्यादातर ऐसे होती है जो देखने में किसी ओरिजिनल वेबसाइट की तरह ही डिजाइन की गई होती हैं इसीलिए ज्यादातर लोग इस वजह से फिशिंग मेल के शिकार हो जाते हैं.

अगर किसी खास व्यक्ति ने आपके पास एक मेल भेजा और उस मेल में अगर कोई अटैच लिंग है तब भी आप उस पर क्लिक ना करें क्योंकि इंटरनेट की दुनिया पर हम भरोसा नहीं कर सकते हैं कि कौन सी लिंक कब रीडायरेक्ट होकर दूसरी साइट पर चली जाती है.

अगर आप फिशिंग साइबर अटैक से बचना चाहते हैं तो आपको microsoft edge का स्मार्टस्क्रीन इस्तेमाल करें क्यों कि यह फिशिंग वेबसाइट को ब्लॉक कर देता है.

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